वृक्षासन करने की सही स्थिति, इसके लाभ और सावधानियां...
शायद आपको यह पता चल ही गया होगा कि योग स्वास्थ्य सेहत के लिए कितना लाभदायक है। इसे प्रतिदिन करने से आपके शरीर और दिमाग को कितने लाभ मिल सकते हैं। योग का अभ्यास प्रतिदिन नियमित रूप से करने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से आपके लिए फायदेमंद साबित होता है।
वृक्षासन में ‘वृक्ष’ का अर्थ है पेड़ और ‘आसन’। इस आसान के अभ्यास की अंतिम मुद्रा में शारीरिक स्थिति एक पेड़ की आकर की बनती है। इसीलिए इस आसन को वृक्षासन नाम दिया गया है। और उसमें संतुलन बनाना होता है। इस का ज़िक्र प्राचीन पौराणिक ग्रंथ में मिलता है, और रामायण में भी इस आसन के प्रमाण हैं। रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए वृक्षासन मुद्रा में खड़े होकर कठोर तपस्या की थी ताकि भगवान शिव से वरदान प्राप्त कर सके। इस आसन को तब से शक्तिशाली योग आसान माना जाता है।
वृक्षासन करने का सही तरीका:
वृक्षासन के लाभ:
वृक्षासन अभ्यास के दौरान बरतें ये सावधानियां:
हालांकि वृक्षासन का अभ्यास हर तरह से सुरक्षित है और इसका अभ्यास हर कोई कर सकता है। परन्तु अगर आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है। कृपया आर्थराइटिस , या चक्कर आने पर वृक्षासन आसान का अभ्यास न करे।
वृक्षासन (Tree Pose) वीडियो:
Sports | GYM |Yoga |Cricket | Health and Fitness | G K
Comments
Post a Comment